सम्पूर्ण हो तुम अपने आप में ,
कभी खुद को अधूरा समझ बैठने की भूल न कर बैठना
ये मत सोचना की किसी व्यक्ति को पा लेने से
सम्पूर्णता मिलेगी तुम्हे
ये मत सोचना की किसी लक्ष्य को पा लेने से
सम्पूर्णता मिलेगी तुम्हे
ये मत सोचना की दुनिया पे छा जाने से
सम्पूर्णता मिलेगी तुम्हे
आज ,अभी,इसी पल
सम्पूर्ण हो तुम
कोई व्यक्ति ,वस्तु,लक्ष्य को पा लेना
तुम्हे सम्पूर्ण नहीं बनाता
क्युकी ये सब तुमसे छीना भी जा सकता है
सम्पूर्ण हो तुम अपने आप में.......
कभी खुद को अधूरा समझ बैठने की भूल न कर बैठना
ये मत सोचना की किसी व्यक्ति को पा लेने से
सम्पूर्णता मिलेगी तुम्हे
ये मत सोचना की किसी लक्ष्य को पा लेने से
सम्पूर्णता मिलेगी तुम्हे
ये मत सोचना की दुनिया पे छा जाने से
सम्पूर्णता मिलेगी तुम्हे
आज ,अभी,इसी पल
सम्पूर्ण हो तुम
कोई व्यक्ति ,वस्तु,लक्ष्य को पा लेना
तुम्हे सम्पूर्ण नहीं बनाता
क्युकी ये सब तुमसे छीना भी जा सकता है
सम्पूर्ण हो तुम अपने आप में.......